Sunday, July 12, 2020

158:-पंक्ति।

उस शब में तेरा इन्तेजार करेंगे
जिसकी गर्दिश घनघोर होगी
तुझसे माजरत के  लिए हम
सुबह से शाम इन्तेजार करेंगे
तेरी मुसर्रत भी क्या खूब होती
मानो फलक में खुदा का नूर है।

अविनाश सिंह
8001017450

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