Sunday, July 19, 2020

213:-पँक्ति।

आज दूरी जरूर है पर प्यार अब भी वही है
मेरी मजबूरी है  वरना बात अब भी वही हैं
यू तो  मिलने  का सफर यूँही चलता  रहेगा
बस ज़ाम अलग हैं पर नशा अब भी वही हैं

अविनाश सिंह
8010017450

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