Monday, July 13, 2020

179:-पंक्ति।

माँ  को मिट्टी  समझो तो पिता को ईंट
यही रखते हैं दोनों हर एक घर की नींव
बिन इनके नही होती परिवार की समृद्धि
तभी तो कहते माँ  है देवी तो पिता है पीर

अविनाश सिंह
8010017450

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