Monday, July 13, 2020

180:-पंक्ति।

घर को मंदिर मस्जिद सा सजाय रखना
प्रेम रूपी दीप को  उसमें जलाये रखना
जैसी रखते हो सोच मंदिर में जाते वक्त
वही सोच हमेशा घर में भी बनाये रखना

अविनाश सिंह
8010017450

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