होती हैं गाँव में सुबह जहाँ चिड़ियों की चहचाहट से
उठते है जहाँ लोग यहाँ बगल पड़ोस की आहत से
यू तो सूर्य की किरणें पहुँचती हैं हर घर के आँगन में
बस शहर क़ी सुबह होती मोबाइल की झनझनाट से
अविनाश सिंह
8010017450
जब भी सोया तब खोया हूं अब जग के कुछ पाना है युही रातों को देखे जो सपने जग कर अब पूरा करना है कैसे आये नींद मुझे अबकी ऊंचे जो मेरे सभी सपने...
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