Saturday, July 11, 2020

142:-पंक्ति।

मेरे सर पर मेरे माँ का हाथ है
फिर तो डरने की क्या बात है
अब कोई नही मुझे मलाल है
माँ का  होना  ही  बेमिसाल है

अविनाश सिंह
8010017450

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