भले मैं खुद मिट जाऊंगा
पर तुम सबको बचाऊंगा
भले खुद वापस ना आऊँ
पर तुमको वापस लाऊंगा
सावन की मेंहदी फीकी न पड़ी थी
पर जाने तुम अब कहाँ को चले गए
अभी तो नन्ही जान को न देखा था
फिर रूठ कर इतने दूर क्यो चले गए
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अविनाश सिंह
8010017450
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