Sunday, July 19, 2020

215:-पंक्ति।

सामने से रहते है जो साफ
मन में ही रखते है वो पाप
सामने से जो करेगा तारीफ 
पीठ पीछे वही करेगा बुराई

अविनाश सिंह
8010017450

No comments:

Post a Comment

हाल के पोस्ट

235:-कविता

 जब भी सोया तब खोया हूं अब जग के कुछ  पाना है युही रातों को देखे जो सपने जग कर अब पूरा करना है कैसे आये नींद मुझे अबकी ऊंचे जो मेरे सभी सपने...

जरूर पढ़िए।