Sunday, July 19, 2020

210:-पंक्ति।

समाज  ने नहीं दिया  हमें रोटी
फिर भी सुने हम उसकी खोटी
नही दिया हमें रहने को भी घर
फिर भी हमें कर  देता है बेघर

समाज ने नही दिया हमें जन्म
पर कर देता है ये क्रिया करम
नही दिया हमें कोई  सुख चैन
पर कर देता है जीवन  बेचैन।

अविनाश सिंह
8010017450

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