दूर रहने पर ही अपनों की अक्सर याद आती हैं
पास होने पर कभी किसी की याद नही आती हैं
तुम तो करीब हो घर के यह सौभाग्य हैं तुम्हारा
वरना हम जैसो को घर की याद हर वक्त सताती है
अविनाश सिंह
8010017450
जब भी सोया तब खोया हूं अब जग के कुछ पाना है युही रातों को देखे जो सपने जग कर अब पूरा करना है कैसे आये नींद मुझे अबकी ऊंचे जो मेरे सभी सपने...
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