Sunday, July 12, 2020

152:-पंक्ति।

दर्द भरी मुस्कान लेते चलो
हँसी के गुलदस्ता देते चलो
लोग तो कहेंगे उनका काम है
सबको अपनी यादे देते चलो।

अविनाश सिंह
8010017450

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