जो गैर हैं वह भी मुश्किल में साथ दे रहे हैं
धर्म मज़हब को छोड़ वह भी आगे आ रहे
यह तो सोच समझ का फर्क है इंसानों में
की हिन्दू धर्म भी मुस्लिमों का साथ दे रहे
अविनाश सिंह
8010017450
जब भी सोया तब खोया हूं अब जग के कुछ पाना है युही रातों को देखे जो सपने जग कर अब पूरा करना है कैसे आये नींद मुझे अबकी ऊंचे जो मेरे सभी सपने...
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